बिश्रामपुर। प्रदेश में वर्ष भर पूर्व हुए सत्ता परिवर्तन उपरांत महिला समूहों के माध्यम से तैयार किया गया वर्मी कंपोस्ट खाद अब गोदाम में ही अनुपयोगी पड़ा हुआ है। वर्मी कंपोस्ट खाद के पिछले वर्षों में किए गए बिक्री की लाखों रुपए का भुगतान भी आज तक लंबित पड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति में नगर पंचायत प्रबंधन को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ गया है। गौरतलब है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश भर में समूहों के माध्यम से गोबर खरीदी का कार्य कराकर महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाए जाने हेतु गोबर खरीदी कराकर उससे सुपर व वर्मी कंपोस्ट खाद का निर्माण कराकर सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को कृषि कार्य हेतु उपलब्ध कराया जा रहा था। इसी तारतम्य में शासन के मंशानुरूप करीब तीन वर्ष पूर्व नगर पंचायत बिश्रामपुर प्रबंधन द्वारा भी गोबर खरीदी करके वर्मी कंपोस्ट खाद एवं गिले कचरे से सुपर कंपोस्ट खाद का निर्माण कार्य एसएलआरएम सेंटर से कृतिका महिला समूह के माध्यम से कराया जा रहा था। जिसमें लाखों रुपए के तैयार किए गए सुपर व वर्मी कंपोस्ट खाद को जयनगर व प्रेमनगर समिति में बिक्री करके किसानों को उपलब्ध कराया गया था लेकिन उक्त कंपोस्ट खाद की लाखों रुपए के बकाया भुगतान को आज तक नगर पंचायत प्रबंधन को लाखों रुपए प्राप्त नहीं हो सका है। लाखों रुपए के भुगतान वर्ष बाद भी प्राप्त न होने से नगर पंचायत प्रबंधन को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ गया है।
लाखों रुपए के वर्मी कंपोस्ट खाद जाम
नगर पंचायत बिश्रामपुर के एसएलआरएम सेंटर में तैयार किया गया करीब 300 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद जाम पड़ा हुआ है। जिसकी कीमत करीब तीन लाख रुपए बताई जा रही है। ऐसी स्थिति में नगर पंचायत प्रबंधन को डबल आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

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