अंबिकापुर। सरगुजा संभाग में इन दिनों पुलिस विभाग किसी न किसी कारनामे को लेकर सुर्खियों में है। आए दिन पुलिस को लोग आरोपों के घेरे में ले रहे हैं। इसी क्रम में बस स्टैंड पुलिस सहायता केंद्र में पदस्थ प्रभारी प्रधान आरक्षक पर मोबाइल चोरी की बात को लेकर एक व्यक्ति से जमकर मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। घटना पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया है, जिस पर जांच के बाद दोषी प्रधान आरक्षक को पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने निलंबित कर दिया है।
बस स्टैंड में ट्रांसपोर्टरों का काम करने वाले दर्रीपारा निवासी लालमन कुशवाहा का आरोप है कि दो दिन पूर्व एक वाहन का गेट खुला देखकर वह बंद करने के लिए कहा था, इसके बाद वहां से चले गया। इसके बाद उक्त वाहन से मोबाइल कब चोरी हुआ, यह उसे पता नहीं है। रविवार को बस स्टैंड के पुलिस सहायता केंद्र के देवनारायण नेताम ने पुलिस वाहन में उसे बैठने और थाना चलने के लिए कहा था। इसके बाद उससे मोबाइल के बारे में पूछताछ की गई। जब वह कहा कि मोबाइल के बारे में उसे कुछ भी पता नहीं है, तो बेल्ट से जमकर मारपीट की गई, जिससे काला निशान शरीर में उभर आया है, खून का थक्का जमा हो गया है। लगातार मारपीट के बीच उसे मोबाइल वापस करने पर एक हजार रुपये देने कहा गया था। मोबाइल लेने से वह इन्कार करते रहा, लेकिन मारपीट का दौर नहीं थमा। बाद में उसने मारपीट से बचने के लिए गायब मोबाइल का पांच हजार रुपये देने के लिए कहा था, जिसमें से तीन हजार रुपये दिया है, दो हजार रुपये और देने के लिए कहा है। आरोप है कि बिना कसूर के उसके साथ पुलिसकर्मी ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया। इसकी जानकारी वह पुलिस अधीक्षक को देने के लिए मंगलवार को अपनी पत्नी के साथ उनके कार्यालय पहुंचा था।
मारपीट कर घोर अनुशासनहीनता, प्रधान आरक्षक निलंबित
लालमन कुशवाहा के द्वारा सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय आकर आवेदन के माध्यम से बताया गया कि 27 अक्टूबर को बस स्टैंड चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक देवनारायण नेताम के द्वारा मारपीट की गई है। मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस अधीक्षक सरगुजा योगेश पटेल ने उपरोक्त प्रधान आरक्षक द्वारा आवेदक के साथ मारपीट कर घोर अनुशासहीनता प्रदर्शित करने पर छ.ग. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत कदाचार का होना पाया और प्रधान आरक्षक क्रमांक 01 देवनारायण नेताम थाना अंबिकापुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में प्रधान आरक्षक का मुख्यालय रक्षित केन्द्र, अंबिकापुर रहेगा। इस अवधि में इन्हें नियमानुसार गुजारा भत्ता देय होगा।