बिश्रामपुर। युवाओं को बेहतर माहौल में टेक्निकल शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से शुरू की गई शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शिवनंदनपुर की बदहाली पर खबर प्रकाशन उपरांत सुरजपुर प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री द्वारा जल्द ही मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का भरोसा दिलाया गया है। संस्थान में अध्यनरत युवा वर्ग यहां की बदहाल स्थिति से उक्त योजना का उचित लाभ नहीं मिलने से ठगा सा महसूस कर रहा है। गौरतलब है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा क्षेत्र के युवाओं को बेहतर टेक्निकल शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से शिवनंदनपुर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्वीकृति दिलाई गई थी। जिसके बाद उक्त संस्थान का संचालन वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अगस्त 2023 से नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत स्थित वर्षों पुरानी जर्जर ग्लोब स्कूल भवन में अध्यापन कार्य शुरू करा दिया गया है। यहां पर भवन की जर्जरता व अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए कई बार शासन प्रशासन से गुहार लगाए जाने के बाद भी आज तक किसी ने भी उक्त गंभीर समस्या की ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा। ऐसी स्थिति में यहां अध्यनरत युवा बदहाली में केवल एक स्टेनो ट्रेड की शिक्षा ही प्राप्त कर पा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उक्त औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के संचालन हेतु ग्राम पंचायत शिवनंदनपुर में भवन निर्माण हेतु शासकीय भूमि उपलब्ध नहीं होने की वजह से पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े द्वारा ग्राम पंचायत कुंजनगर में शासकीय भूमि का चिन्हांकन कराया गया था। जिस पर ग्राम पंचायत कुंजनगर में स्थित शासकीय भूमि खसरा नंबर 1 रकबा 3.70 हेक्टेयर भूमि के मद परिवर्तन हेतु पिलखा नायब तहसीलदार रामबिलास मानिकपुरी द्वारा कलेक्टर के निर्देशानुसार गत दिनों 26 फरवरी 2024 को ग्राम पंचायत कुंजनगर को नोटिस जारी करके पंचायत का प्रस्ताव मंगाया गया था, जिस पर पंचायत द्वारा पारित प्रस्ताव को नायब तहसीलदार कार्यालय में जमा कर दिया गया है। बावजूद इसके आज तक उक्त संस्थान के भवन निर्माण कार्य हेतु कोई पहल नहीं हो सकी है। आईटीआई संस्थान हेतु इतने लंबे समय बाद भी भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने की वजह से यहां अध्यनरत युवा वर्ग जर्जर भवन में ही अपने भविष्य को गढ़ने विवश हो रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पर जर्जर ग्लोब स्कूल भवन के एक कमरे में ही केवल एक ट्रेड 48 सीट की चल रही है, जिसमें वर्तमान समय में 46 विद्यार्थी अध्यनरत हैं। दो शिप्ट में यहां पर फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कार्य किया जा रहा है। विद्यार्थियों के अध्यापन हेतु महज एक मेहमान प्रवक्ता की नियुक्ति ही की गई और एक प्रभारी पदस्थ हैं। इसके अलावा कोई सेटअप के आधार पर नियुक्ति भी आज तक नहीं हो सकी है। जिस पर पिछले दिनों 1 अक्तूबर को छत्तीसगढ़ फ्रंटलाइन समाचार पत्र द्वारा जर्जर भवन में अपना भविष्य गढ़ने को मजबूर हैं विद्यार्थी नामक शीर्षक से खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था। जिस पर मामले को संज्ञान में लेकर भाजयुमो जिला महामंत्री दुर्गा गुप्ता ने एक अक्तूबर को सुरजपुर प्रवास पर आए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को ज्ञापन देकर विद्यार्थियों की मूलभूत समस्याओं से अवगत कराया गया। जिस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही आरटीआई के विद्यार्थियों की मूलभूत समस्याओं के निराकरण कराए जाने का आश्वासन दिया गया है। वर्तमान में आईटीआई संस्थान जिस ग्लोब स्कूल में संचालित हो रहा है वहां के सभी भवन काफी जर्जर हो चुके हैं और प्लास्टर भी गिर रहे हैं। ऐसी स्थिति में शासन को तत्काल इन युवाओं के भविष्य को संवारने के उद्देश्य से नए भवन व पूरे सेटअप की व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है। भाजयुमो जिला महामंत्री दुर्गा गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया है कि मामले में जिला प्रशासन से जल्द ही चर्चा करके आरटीआई शिवनंदनपुर के भवन निर्माण की प्रक्रिया को पूर्ण कराई जाएगी। इसके बाद यहां के पूरे सेटअप की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।