शासन-प्रशासन की इस पहल के बाद आज शनिवार को अंतिम संस्कार की तैयारी
अंबिकापुर। सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी संदीप लकड़ा हत्याकांड के मामले में मुख्य आरोपी अभी भी फरार हंै। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण स्वजन उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। इधर शासन की ओर से मृतक के स्वजन को 25 लाख लाख रुपये मुआवजा राशि और मृतक की पत्नी को गृहक्षेत्र में कलेक्टर दर पर नौकरी देने की खबर सामने आई है। इसके बाद 20 दिनों से मरर्च्युरी में पड़े मृतक के शव का अंतिम संस्कार शनिवार को होगा, इसकी उम्मीद बढ़ गई है।
बता दें कि लंबे समय से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मर्च्युरी में पड़े शव के कारण फॉरेंस्कि साइंस विभाग ने संक्रमण की आशंका व्यक्त करते हुए पत्राचार पुलिस अधिकारियों से किया था। इसके बाद जिला प्रशासन स्वजन को समझाइश देने में लगे रहा। शुक्रवार को भी देर शाम तक स्वजन ाव लेने से इंकार करते रहे। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने तक अंतिम संस्कार करने के लिए वे तैयार नहीं थे। शुक्रवार को मौके पर सरगुजा प्रशासन के आला अधिकारी व स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल कैंप लगाकर डटे थे, जिससे कोई न कोई समाधान निकलने की उम्मीद बढ़ गई थी। मुआवजा व मृतक की पत्नी को नौकरी देने संबंधी निर्णय के सामने आने के बाद आज शनिवार को संदीप लकड़ा के शव का अंतिम संस्कार होगा। पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल का कहना है कि रात होने के कारण शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। शनिवार को शव का अंतिम संस्कार हो सकता है। बता दें कि राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर छड़ व सीमेंट चोरी का आरोप लगाकर 7 जून को हत्या कर दी थी। इसके बाद 8 जून को उसका शव मैनपाट के लुरैना बड़वापाट स्थित पानी टंकी के फाउंडेशन के नीचे दफना दिया था। मृतक के स्वजनों व सर्व आदिवासी समाज द्वारा पुलिस पर दबाव बनाने के बाद 6 सितंबर को संदीप की लाश जमींदोज हाल में मिली थी। पुलिस घटना में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय अभी भी फरार है, जिसे लेकर स्वजन आक्रोशित हैं।

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