बिश्रामपुर। एसईसीएल की लीज भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान व दुकान निर्माण किए जाने के मामले में कलेक्टर के निर्देशानुसार सूरजपुर एसडीएम के मार्गदर्शन में राजस्व अमला द्वारा अवैध कब्जा का सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मामले में पिछले दिनों अवैध अतिक्रमण को लेकर दिए गए ज्ञापन के आधार पर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत तेलईकछार केनापारा में एनएच 43 किनारे स्थित एसईसीएल की लीज भूमि पर गांव के कुछ लोगों द्वारा अवैध अतिक्रमण किए जाने का प्रयास करते हुए गत दिनों 1 सितंबर को मां कालरात्रि मंदिर के सामने जोताई कार्य करा दिया गया था। अवैध कब्जा किए जाने हेतु कराए गए जोताई कार्य से नाराज मां कालरात्रि मंदिर समिति व ग्रामीणों द्वारा मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर व एसईसीएल प्रबंधन से को थी। ज्ञापन में उल्लेख किया गया था कि गांव के कुछ लोगों द्वारा जबरन जोताई कार्य करके अवैध कब्जा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि उक्त भूमि का उपयोग लंबे समय से गांव के बच्चों के खेल मैदान के रूप में किया जाता रहा है। इसके अतिरिक्त चैत्र व शारदीय नवरात्रि के अवसर पर उक्त भूमि का उपयोग ग्रामीण मेले के आयोजन के लिए भी करते हैं। इस प्रकार उक्त भूमि न केवल एसईसीएल की संपत्ति है, बल्कि गांव के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ज्ञापन के आधार पर कलेक्टर के रोहित व्यास के निर्देशानुसार सुरजपुर एसडीएम जगन्नाथ वर्मा के मार्गदर्शन व पिलखा नायब तहसीलदार रामबिलास मानिकपुरी के नेतृत्व में उक्त एसईसीएल की लीज भूमि पर किए गए पूरे अवैध कब्जा कर बनाए गए मकान व दुकानों का सर्वे कार्य राजस्व विभाग की गठित टीम द्वारा गत दिनों 18 सितंबर को पूर्ण कर ली गई है। सर्वे के दौरान यहां पर लीज भूमि पर 32 लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर मकान व दुकान निर्माण किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। अब मामले में राजस्व विभाग द्वारा जल्द ही अवैध कब्जाधारियों को नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटवाए जाने की तैयारी की जा रही है। ज्ञात हो कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही कराए जाने पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा भी वर्षभर पूर्व में भी एसईसीएल प्रबंधन व जिला प्रशासन को प्रस्ताव बनाकर दिया जा चुका है। बावजूद इसके कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति करके मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

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