बरहमपुर में सरकारी पराला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों को उनके छात्रावासों से निष्कासित कर दिया गया है। कॉलेज के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार रात छात्रावास के एक कमरे में इन छात्रों ने प्रतिबंधित बीफ को पकाया और खाया। मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। छात्रों को निकाल दिया गया है।
हाइलाइट्स
बरहमपुर के परला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज का मामला
सात छात्रों पर लगा कॉलेज कैंपस में बीफ पकाने का आरोप
प्रशासन ने विवाद बढ़ता देख की कार्रवाई, हॉस्टल से निकाला

बहरमपुर : ओडिशा के बरहमपुर जिले में एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों ने कॉलेज कैंपस में बीफ पकाया। कैंपस में बीफ पकाना या खाना, दोनों ही बैन है। ऐसे में छात्रों ने गुपचुप बीफ (गोमांस) पकाकर खाया। उनके इस कृत्य का किसी ने वीडियो बनाया और उसे संस्थान प्रशासन को देकर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद सभी 7 छात्रों को कॉलेज कैंपस के हॉस्टल से निकाल दिया गया है। मामला परला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज का है।

अधिकारी ने एक आदेश जारी कहा कि दो हॉस्टल के सात छात्रों को प्रतिबंधात्मक गतिविधियों में शामिल होने के कारण रस्टिकेट कर दिया गया। इन सात छात्रों में से एक पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। उन्होंने कहा कि कॉलेज के अधिकारियों ने छात्रों के माता-पिता को भी इसकी जानकारी दे दी है।

हॉस्टल के कमरे में पकाया गोमांस
अधिकारी के अनुसार, निष्कासित छात्रों ने बुधवार को हॉस्टल के अपने कमरे में ‘बीफ’ पकाया, जो संस्थान के नियमों का उल्लंघन था। प्रिसिंपल को घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद जांच की गई और छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

हिंदू संगठनों ने किया विरोध
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने छात्रावास में ‘बीफ’ पकाने वाले छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्थिति के मद्देनजर कॉलेज कैंपस और छात्रावासों के पास पुलिस कर्मियों की एक टीम तैनात की गई है।

हॉस्टल के बाहर भारी फोर्स तैनात की गई
छात्र कल्याण के डीन ने गुरुवार को एक कार्यालय आदेश जारी किया, जिसमें सक्षम अधिकारियों की मंजूरी से दो छात्रावासों से छात्रों को निष्कासित करने की घोषणा की गई। उन्होंने बताया कि निष्कासन के अलावा, छात्रों में से एक पर 2000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। एहतियात के तौर पर, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कॉलेज परिसर और छात्रावासों के पास पुलिस बल तैनात किया गया था।

सूत्रों के अनुसार, छात्रों के खिलाफ कार्रवाई जांच करने और कॉलेज की बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर की गई थी। पुलिस ने कहा है कि वे स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगे कोई समस्या उत्पन्न न हो।

Spread the love