रैपिड रिस्पान्स टीम मौके पर पहुंची, प्रभावित क्षेत्र में लगाया स्वास्थ्य शिविर
अंबिकापुर। अंबिकापुर विकासखण्ड के ग्राम कंठी में बुधवार को मितानिन एवं मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा कंवरपारा, माझापारा में लगभग 21 सदस्यों के उल्टी एवं दस्त से पीड़ित होने की सूचना दी गई थी। इसके बाद कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा तत्काल जिला सर्विलांंस अधिकारी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट, जिला माइक्रोबायोलाजिस्ट एवं मेडिकल लैब टेक्नीशियन तथा विकासखण्ड रैपिड रिस्पॉन्स दल द्वारा उक्त ग्राम के पारों का निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया गया।
सीएमएचओ सरगुजा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि 21 मरीज उल्टी-दस्त से प्रभावित हंै। प्रभावित ग्राम में तत्काल शिविर का आयोजन किया गया है। 12 मरीजों का उपचार शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, 01 मरीज का होलीक्रॉस हॉस्पिटल, 07 मरीजों का शिविर में ही ईलाज किया जा रहा है तथा 01 मरीज की मृत्यु ईलाज के दौरान हो गई है। मृत मरीज के मौत के कारण का स्पष्ट उल्लेख नहीं है। इस संबंध में संयुक्त संचालक सह अस्पताल अधीक्षक को पत्राचार कर प्रतिवेदन मांगा गया है, जिससे कि मृत्यु का स्पष्ट कारण पता चले। उन्होंने बताया कि ग्राम कंठी के कंवरपारा में खुखड़ी एवं पुटु खाने तथा माझापारा में उल्टी-दस्त का संभवत: कारण संक्रमित पानी पीना बताया गया है। जिस स्रोत के पानी का उपयोग किया जा रहा है, उसका अलग-अलग 03 जगह से सैम्पल एकत्रित कर जांच हेतु माइक्रोबॉयोलॉजी लैब मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर भेजा गया है व स्टूल सैम्पल भी एकत्र कर लैब भेजने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया वर्तमान में सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है एवं इनका उपचार चल रहा है। विकासखण्ड स्तरीय काम्बेट दल के द्वारा घर-घर भ्रमण कर उल्टी-दस्त एवं अन्य मौसमी बीमारियों के बारे में जानकारी ली जा रही है। प्रभावित मरीजों के घर के अन्य सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा ओ.आर.एस. एवं जिंक टेबलेट प्रदाय कर इसका सेवन करने कहा गया है। इस वर्षा ऋतु में महामारी संभावित ग्रामों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रति दिवस शिविर लगाकर एवं मितानिनों को घर-घर भेजकर उल्टी-दस्त के मरीजों की जानकारी ली जा रही है और जिस भी घर में एक भी मरीज उल्टी-दस्त का पाए जाने पर तत्काल उसका उपचार नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कराया जा रहा है।