अंबिकापुर। श्री साइंर् बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गुरूवार को मेजर ध्यानचंद की जयंती को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में जज्बे के साथ मनाया गया। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव के साथ प्राध्यापक और खिलाड़ियों ने मेजर ध्यानचंद की तस्वीर पर माल्यापर्ण तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर थे। उनकी हॉकी स्टिक का ही कमाल था कि ब्रिटिश भारत ने 1928 में एम्सटर्डम, 1932 में लॉसएंजलिस और 1936 में बर्लिन ओलम्पिक में स्वर्ण पदक हासिल किया। मेजर ध्यानचंद को प्यार से लोग दद्दा बुलाते हैं। उनका परिवार हॉकी के लिए समर्पित रहा। मेजर ध्यानचंद के साथ उनके भाई रूप सिंह बेहतरीन हॉकी खेलते थे। 1932 एम्सटर्डम ओलम्पिक के एक मैच में भारत ने 24 गोल किए थे, जिसमें रूप सिंह ने 10 गोल मारे थे। उनके बेटे अशोक कुमार भी हॉकी के ओलम्पियन रहे हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के खेल मैदान में व्हालीबॉल का मैच आयोजित हुआ, जिसमें खिलाड़ियों ने अपने कौशल और दक्षता का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम व मैच का संयोजन क्रीड़ा प्रभारी सोनाली गोस्वामी और तिलक राज टोप्पो ने किया। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, विद्यार्थी और खिलाड़ी उपस्थित रहे।