अंबिकापुर। जनपद पंचायत रामचंद्रपुर अंतर्गत ग्राम त्रिशुली के 34 वर्षीय पंडो जनजाति के रामलाल पंडो की सड़क दुर्घटना में 22 अगस्त को पुणे में मौत हो गई। स्वजनों के लिए गृह ग्राम तक शव को लाना मुश्किल था। स्वजनों ने इसकी जानकारी गांव के सरपंच को दी। सरपंच ने कृषि मंत्री राम विचार नेताम को घटना से अवगत कराया। इनके तात्कालिक पहल पर फ्लाइट से पुणे से शव बनारस लाया गया, वहां से एंबुलेंस के माध्यम से शाम को शव गृह ग्राम पहुंचा। मृतक पाइप लाइन का काम करने महाराष्ट्र के पुणे गया था।
जानकारी के मुताबिक रामलाल पंडो पुणे के नेशनल हाईवे में 22 अगस्त को पैदल चल रहा था। इसी दौरान वाहन के टक्कर से उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुणे में वह पाइप लाइन में काम करने गया था। रामलाल की मृत्यु की खबर मिलने के बाद स्वजन के सामने शव को गृह ग्राम लाने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई। इनकी ऐसी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव में ला सकंे। स्वजनों ने इसकी जानकारी गांव के सरपंच सुखदेव सिंह को दी। सरपंच ने कृषि मंत्री राम विचार नेताम को घटनाक्रम से अवगत कराया। इसके बाद उन्होंने तात्कालिक पहल की और रामलाल का शव हवाई मार्ग से शुक्रवार की सुबह पुणे से रवाना हुआ और 10.30 बजे बनारस पहुंचा। इसके बाद एंबुलेंस से शव को गांव में लाया गया। रामलाल के शव को गांव तक लाने में ग्राम कुंदरु के दिलीप कुमार यादव का भी विशेष सहयोग रहा, जो वहीं आसपास कमाने गया था और शव के साथ गांव तक आया।