गिरफ्तार आरोपी से दूसरे दिन भी चली पूछताछ, आरोपी के विरूद्ध हत्या का केस दर्
अंबिकापुर। गांधीनगर थाना अंतर्गत व्यवसायी पुत्र की गोली मारकर हत्या और कार में मिली लाश के मामले में अंतिम नतीजे तक पहुंचने के लिए पुलिस को दूसरे दिन भी दिनभर मशक्कत करनी पड़ी। मामले का पर्दाफास शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के द्वारा किए जाने की उम्मीद है। हालांकि मामले में पुलिस ने गिरफ्त में आए युवक के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर पूर्व में तीन पिस्टल के अलावा नगदी रकम, मृतक के पहने हुए जेवरात को बरामद कर लिया था।
बता दें कि थाना गांधीनगर में 20 अगस्त को गुम इंसान का मामला कायम किया गया था। मामले की जांच में पुलिस जुटी तो सामने आया कि गुमशुदा अक्षत अग्रवाल की गोली मारकर उसके कार में ही हत्या कर दी गई है। पुलिस तकनीकि माध्यमों से सुराग लगाते आरोपी तक पहुंची और उसके निशानदेही पर शहर के अंबिकापुर स्टील के संचालक महेश कुमार केडिया के 23 वर्षीय पुत्र अक्षत अग्रवाल का शव लॉक कार के अंदर से पहाड़ घुटरी जंगल ग्राम मेण्ड्रा में बरामद कर लिया था। पुलिस को मौके पर जांच के दौरान ड्रायविंग सीट पर गुमशुदा युवक का रक्तरंजित शव मिला, जिसकी पहचान स्वजन ने गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के रूप में की थी। जांच दौरान पुलिस को घटनास्थल थाना क्षेत्र गांधीनगर के पहाड़घुटरी जंगल, ग्राम मेण्ड्रा में महादेव पारा जाने वाले मार्ग पर मृतक का सफेद रंग का कार होण्डई एक्सटर क्रमांक सीजी 10 बीएस 4184 खड़ा मिला था, जिसके ड्राइवर सीट पर मृतक का रक्तरंजित शव था। कार के अंदर शव के पैर के पास बुलेट गोली की तीन खाली खोखा मिला, जिस पर 7.65 केएफ लिखा हुआ था। शव के पीछे सीट पर एक बुलेट मिला, जिसमें खून लगा था। कार के मैट पर अत्यधिक मात्रा में खून का रिसाव हुआ था। शर्ट में बाएं तरफ छाती के पास शर्ट जलकर फट गया था। जांच दौरान मृतक अक्षत अग्रवाल को आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू निवासी भगवानपुर द्वारा पिस्टल से छाती में तीन गोली मारकर हत्या करना बताया। पुलिस ने आरोपी के घर से लगभग 47 हजार रुपये और मृतक का सोने का चैन, ब्रेसलेट, अंगूठी भी बरामद किया था। सूत्रों का कहना है कि आरोपी के द्वारा पूछताछ में स्वयं पर गोली चलाने के लिए प्रेरित करने और रुपये, पहने हुए आभूषण देने की बात कही जा रही थी, जो किसी को पच नहीं रही थी। ऐसे में पुलिस को आरोपी से सत्यता का पता करने काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि इसमें पुलिस को कितनी सफलता मिली, इसका पर्दाफाश पुलिस शुक्रवार को करेगी। बताया जा रहा है कि व्यवसायी पुत्र को जिस पिस्टल से गोली मारी गई है, वह लाइसेंसी है। वहीं जिंदा कारतूस बरामद करने जैस्ी बातें भी सामने आ रही हैं।
वर्ष भर निकम्मा, चोर, मुफ्तखोर साबित करने