अम्बिकापुर। अखण्ड भारत ही हमारी पहचान है। इस विविधता भरे देश में सभ्यता-संस्कृति को बनाए रखना ही हमारी विरासत है। यह बातें श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रांत सामाजिक समरसता प्रमुख विश्वनाथ गोगी ने कही। उन्होंने पॉवर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुति देते हुए कहा कि इरान से लेकर वर्मा तक, अफगानिस्तान से लेकर श्रीलंका, मारीसस, इंडोनेशिया तक हमारी सभ्यता, संस्कृति है। रामायण और महाभारत काल के रिश्ते इन सभी देशों से है। हमें अपनी विरासत को बचाए रखने में अपने पड़ोसियों से परिवार के सदस्य जैसा व्यवहार करना होगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम के बेटे को शहर लाहौर, कुश के कसूर, गांधारी से गांधार का रिश्ता है। पाणिनी, महाराजा रंजीत सिंह, दाहिर हमारे विरासत और धरोहर हैं।
प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि अखंड भारत हमारी पहचान है। विविधता में एकता उस गुलदस्ते की तरह है, जिसमें तरह-तरह के पुष्प सुशोभित होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि उसके लिए राष्ट्र प्रथम उद्घोष होना चाहिए। जाति, धर्म की भावना से ऊपर उठकर सकारात्मक नजरिए से सोचना होगा। अखंड भारत की कल्पना हमारी जिम्मेदारी है। इस दौरान विद्यार्थियों ने देश और भारत माता के नाम का जयघोष करते रहे। इस दौरान जिला प्रचारक जितेन्द्र भामी, नगर कार्यवाह अनुज दुबे, जिला महाविद्यालय प्रमुख हिमांशु गर्ग, रिंटू चौबे और महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक तथा विद्यार्थी उपस्थिति रहे।

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