अंबिकापुर। सरस्वती महाविद्यालय में मंगलवार को अखंड भारत विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय सेवा संघ के प्रचारक विश्वनाथ भोगी, भगवान दास, जितेन्द्र शर्मा तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बीपी तिवारी थे।
स्वागत संबोधन में डॉ. बीपी तिवारी ने कहा कि हमारा सांस्कृतिक मूल भारत है। भारत के दार्शनिक वैचारिक और सांस्कृतिक भाव से एक रूप मानने वाले अपने को भारत के साथ जोड़ते हैं, मेरी समझ में वह राजनैतिक तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है। मुख्य वक्ता ने अपने संबोधन में कहा कि नेपाल, भूटान, म्यांमार और श्रीलंका, भारत को अपना बड़ा भाई मानते ही हैं अब तो पाकिस्तान में भी कई विश्वविद्यालयों में पाकिस्तान के जन्म की बात होती है। इसके साथ ही उन्होंने राजनैतिक गलतियों सहित अन्य बातों पर चिंतन व्यक्त किया। साथ ही अंग्रेजों की फूट डालो शासन करो की नीति के साथ बंग-भंग आंदोलन, महात्मा गांधी से लेकर सभी बड़े राजनेताओं की कार्यप्रणाली एवं नीतियों का जिक्र किया। धारा 370 तथा राम मंदिर जैसे विषयों को भी उजागर किया। इसके साथ उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की। कार्यक्रम में मंच संचालन कृष्ण कुमार त्रिपाठी ने तथा आभार प्रदर्शन महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक ऋषि सिंह ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रवीण शर्मा, सुरेश यादव, धर्मेश श्रीवास्तव, मीना पटेल, सूरज कुमार, हिमांशु गर्ग सहित अन्य छात्र-छात्राएं पस्थित थे।