प्रशासनिक अमला रहा मौजूद, जलभराव की समस्या वाले पॉइंट्स पर पानी निकासी की व्यवस्था बनाने दिए निर्देश
एनएच अधिकारियों ने नवीन सड़क निर्माण, सहित नाली निर्माण की दी जानकारी
अंबिकापुर। सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज और कलेक्टर विलास भोसकर सोमवार को सुबह 8 बजे दोपहिया वाहन में सवार होकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अमले के साथ सड़कों का जायजा लेने निकले। उन्होंने अम्बिकापुर शहरी सीमा के अंतर्गत मनेंद्रगढ़ रोड एवं खरसिया नाका से रायगढ़ रोड का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम आयुक्त अंबिकापुर प्रकाश सिंह राजपूत, ईई पीडब्लूडी वीके बेदिया, ईई एनएच नितेश तिवारी एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व फागेश सिन्हा मौके पर मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान ईई एनएच ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 43 मनेंद्रगढ़ रोड में पांच स्पॉट पर जलभराव की समस्या का सामना लोगों को करना पड़ता है, जिसमें पीजी कॉलेज के सामने, होली क्रॉस स्कूल के पास, होटल माखन विहार के पास, होटल शैलगिरी और अजिरमा बेरियर के पास सड़क पर जलभराव होता है। सांसद ने अधिकारियों को इस समस्या के तुरंत हो सकने वाले उपायों को अपनाने कहा, जिससे लोगों को सहूलियत मिल सके। कलेक्टर ने इन स्थानों पर नगर निगम आयुक्त को नाली निर्माण करने हेतु कार्ययोजना में लेने निर्देशित किया गया।
आवश्यकता हो तो अतिक्रमण वाले स्थल चिन्हित करें
कलेक्टर विलास भोसकर ने कहा कि आमजनता की सुविधा हेतु शीघ्र ही काम शुरू कराएं और पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता हो तो ऐसे स्पॉट भी चिन्हांकित कर लिए जाएं। ईई एनएच ने बताया कि बनारस चौक से पीजी कॉलेज तक नाली निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाना है। साथ ही इन सभी पॉइंट्स पर सड़क की उंचाई बढ़ाते हुए नवीन सड़क निर्माण, नाली निर्माण सहित रेन वाटर हार्वेस्टिंग का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजते हुए एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई की जाएगी।
महामाया पहाड़ के पानी निकासी की व्यवस्था नहीं
खरसिया नाका से रायगढ़ रोड में भारत पेट्रोलियम पंप के पास सड़क पर जलभराव की स्थिति का भी सांसद व कलेक्टर ने निरीक्षण किया। हर साल होने वाले जलभराव के संबंध में ईई एनएच द्वारा अवगत कराया गया कि इस स्थान पर महामाया पहाड़ का पानी निकासी होता है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़क पर जलभराव की समस्या होती है। इसके प्रबंधन हेतु कलेक्टर द्वारा मास्टर प्लान विकसित करने हेतु नगर निगम आयुक्त एवं एसडीएम अंबिकापुर को टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग विभाग से समन्वय करने हेतु कार्ययोजना बनाने हेतु निर्देशित किया गया। सांसद एवं कलेक्टर ने खरसिया चौक से दरिमा मोड़ तक 4-लेन कांक्रीट सड़क का प्राक्कलन तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया।
बारिश पूर्व सार्थक पहल नहीं होने से बने ऐसे हालात
बारिश के पूर्व गड्ढों को पाटने की सार्थक पहल नहीं होने से पहली बारिश ने ही दुर्गति की पोल खोलकर रख दी थी। जगह-जगह जल जमाव से आम लोगों को होने वाली दिक्कतों के सामने आने पर कलेक्टर विलास भोसकर ने जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया था कि ऐसे स्थलों का चिन्हांकन करके जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों ने पानी निकासी के प्रबंध करने की कोशिश जरूर की, पर इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। यह भी सामने आ रहा है कि निगम ने पानी निकासी के लिए बारिश पूर्व कहीं नाली निर्माण नहीं कराया, तो कहीं नालियों की सफाई पर ध्यान नहीं दिया। बारिश के समय शहर के भीतर गुणत्ताहीन सड़कें बनाई गई, जिसमें दो बार डामरीकरण होने के बाद भी स्थिति बदतर है।
हेलमेट पहनकर निकले सांसद और कलेक्टर
सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज और कलेक्टर विलास भोसकर बकायदा यातायात नियमों का पालन करते हुए सोमवार की सुबह स्कूटी में बैठकर सड़कों का निरीक्षण करने निकले थे। इस दौरान उन्होंने अनुभव किया कि अंबिकापुर शहर के गांधी चौक के बाद अंबेडकर चौक से रेलवे स्टेशन तक जाने वाले मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे होने की वजह से आने-जाने वालों की कितनी दुर्गति हो रही होगी। खरसिया नाका से दरिमा चौक के बीच खराब सड़क में खेतों का पानी सड़क पर आ रहा था। यहां बरसात के दिनों में घुटने से ज्यादा पानी भरा रहता है। राहगीरों का गड्ढे का पता नहीं चलता और दुर्घटना की स्थिति बनती है। इसकी शिकायत सरगुजा सांसद एवं जिला प्रशासन से की जा रही थी।
लोकसभा की कार्रवाई पूरी करने के बाद पहुंचे सरगुजा
लोकसभा में संसद की कार्रवाई खत्म होने के बाद सरगुजा पहुंचे सांसद चिंतामणि महाराज अंबिकापुर पहुंचे और तत्काल शहर के खस्ताहाल सड़कों का कलेक्टर के साथ निरीक्षण करने का दौरा कार्यक्रम सुनिश्चित किया। सांसद के साथ जनप्रतिनिधियों में वरिष्ठ पार्षद आलोक दुबे, सांसद प्रतिनिधि कैलाश मिश्रा, मुकेश तिवारी, पार्षद हरमिंदर सिंह टिन्नी, रिंकू वर्मा, मनोज कंसारी, विनोद हर्ष सहित अन्य उपस्थित थे। सांसद ने अधिकारियों को तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के साथ ही बरसात खत्म होने के बाद सड़कों का डामरीकरण करने का भी निर्देश दिया है।