विश्व आदिवासी दिवस पर शहर के कलाकेंद्र मैदान में हुई वृहद आमसभा
अंबिकापुर। आजादी के इतने वर्षों बाद भी आदिवासी समाज अपने आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक विकास के लिए जूझ रहा है। आदिवासियों का विकास एकजुटता से ही हो सकता है। समाज के लोग एकजुट रहेंगे तभी विकास होगा। सरकार के द्वारा दी गई व्यवस्थाओं का अनुसूचित जनजाति आयोग प्रहरी है। आयोग में जो शिकायतें आतीं हैं उसका क्रियान्वयन करना हमारी प्राथमिकता में है। उक्त बातें विश्व आदिवासी दिवस पर सर्व आदिवासी समाज सरगुजा के द्वारा शहर के कलाकेंद्र मैदान में आयोजित विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कही।
उन्होंने आगे कहा कि विश्व आदिवासी दिवस, 9 अगस्त को मनाने के पीछे कारण व्यवस्था के खिलाफ आवाज मुखर करना है। आदिवासी समाज के प्रणेता विरसा मुंडा, वीर नारायण सिंह, गुंडाधुर ने अंग्रेजों के खिलाफ देश की क्रांति के लिए बड़ा योगदान दिया है। आज के दिन हम इन्हें स्मरण और इनके योगदान को याद करते हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान के लिए त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था है, इसके लिए भी आदिवासी समाज को जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा पांचवी एवं छठवीं अनुसूची की बातें जरूर की जाती है, पर इसके क्रियान्वयन की बात नहीं होती है। पंचायत में आदिवासी समाज के लिए बने प्रावधानों से भी आदिवासी समाज के लोग जूझ रहे हैं। ऐसे में समाज के लोगों को एकजुट होकर आवाज उठाने की जरूरत है, तभी आदिवासी समाज का उत्थान संभव हो सकेगा। आमसभा में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अमृत मरावी, कार्यकारी अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज अनूक टेकाम, मीडिया प्रभारी राजीव लकड़ा, संरक्षक कुंज बिहारी सिंह, महासचिव तरुण भगत, जेरोम मिंज सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।
शहर में निकली भव्य जतरा रैली
आमसभा के पहले विश्व आदिवासी दिवस पर नगर में भव्य जतरा रैली का आयोजन किया गया। रैली नगर के कला केंद्र मैदान से निकलकर महामाया मंदिर पहुंची। इस दौरान डीजे पर सरगुजिहा गीतों के बीच आदिवासी समाज के लोग जमकर थिरके। महामाया मंदिर से रैली में नाचते युवा-युवती वापस कला केंद्र मैदान पहुंचे।

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