कत्यानी विवाह को वसुधा महिला मंच ने किया प्रोत्साहित
अंबिकापुर। वसुधा महिला मंच ने रविवार को होटल अलंकार ग्रीन्स में ‘नवजीवनÓ सम्मान से सुमन पांडे आंगनबाड़ी सहायिका को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वन्दना दत्ता ने बताया कि दीपा पांडे के पति का निधन कोरोना काल में हो गया था। कम उम्र में एक बालक के साथ कत्यानी हुई दीपा का सुमन पांडे ने अपने कुंवारे पुत्र शिवयन पांडेय से विवाह कराया, जिससे बच्चे को पिता और मां दीपा को नया जीवनसाथी मिला। सुमन पांडे ने बताया कि विवाह के लिए समाज को समझाने में वक्त लगा पर सभी ने इस पहल की सराहना की।
मुख्य अतिथि डॉ. पुष्पा सोनी, विशिष्ट अतिथि सन्तोष पांडे, सरिता सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि दीपा व उसके बच्चे को अपनाने में सुमन और उनके पुत्र के सहभागिता की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। यह समाज के लिए एक अच्छा और अनुकरणीय संदेश है। वसुधा ने नवजीवन सम्मान की शुरुआत की है, जिससे समाज में महिलाओं को सम्मान जनक स्थान मिलेगा। वसुधा सदस्यों में रेखा इंगोले, सरिता भाटिया, बलविंदर टुटेजा, वन्दना सिंह, तनुश्री मिश्रा, च्यती अग्रवाल, अनुभा डबराल, ज्योति द्विवेदी, नमिता चावला, लीला बंसल, लिलि कहकशा, श्रद्धा खेर पाण्डेय, वाहिद अहमद, सुधा शर्मा, हिना परवीन, सविता सिंह ने भी इस दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए पांडेय परिवार के पहल की प्रशंसा की। सभी सदस्यों ने सुमन व दीपा को सम्मानित किया। वंदना दत्ता ने कहा इस तरह का सम्मान समाज को प्रेरणा देने के साथ ही सामाजिक सोच में बदलाव लाएगा। एक विधवा को भी अपनी जिंदगी खुशी से बिताने का अधिकार है। इससे समाज में एक नई चेतना आएगी और लोग इसका अनुकरण करेंगे। सुमन ने अपने दु:ख को महसूस करके दीपा को अपनाकर उसको खुशी दी, ऐसे मां और उसके बेटे को साधुवाद। इन्हें शॉल, श्रीफल ट्रॉफी से ÓनवजीवनÓ सम्मान दिया गया। वंदना दत्ता ने कहा वसुधा शिक्षा, समानता और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित है। इस उद्देश्य को लेकर आयोजन निरन्तर जारी रहेगा, ताकि महिलाएं भी समाज में उचित सम्मान पा सकें।

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