रायपुर । प्रदेश की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी बिजली कंपनी, केएसके महानदी पॉवर, बिकने की कगार पर है। बताया गया है कि अडानी समूह ने केएसके के लिए 27 हजार करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बोली लगाई है।

कंपनी की स्थिति और नीलामी
जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा स्थित केएसके बिजली संयंत्र तकरीबन दिवालिया हो चुका है। 1800 मेगावाट के इस बिजली संयंत्र की नीलामी के लिए कर्जदाता बैंकों ने ऑफर बुलाए थे। कुल दस कंपनियों ने केएसके महानदी पॉवर को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। अडानी समूह ने 27 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई है, जो सबसे अधिक है।

अन्य कंपनियों की बोली
अडानी समूह के अलावा, केप्री ग्लोबल होर्डिंग्स ने 25 हजार करोड़ का ऑफर दिया है। एनटीपीसी ने 22 हजार 2 सौ करोड़ की बोली लगाकर तीसरे नंबर पर है। अन्य कंपनियों में कोल इंडिया, वेदांता, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल स्टील एण्ड पॉवर, आईलैब इंडिया, स्पेशल फंड, रश्मि मेटेलिक, और सिरसा टेक्नॉलॉजी शामिल हैं।

सूत्रों के मुताबिक, कंपनी की मोर्गा और गारे पेल्मा कोयला ब्लॉकों से गुजरात खनिज विकास निगम और गोवा औद्योगिक विकास निगम के साथ दीर्घकालिक कोयला आपूर्ति व्यवस्था है। जानकारों का कहना है कि नीलामी की प्रक्रिया अगले दो महीने में पूरी हो जाएगी।

यह नीलामी प्रक्रिया प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है और केएसके महानदी पॉवर के लिए एक नया अध्याय शुरू कर सकती है।

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