साइबर फ्राड के मामले में की गई रिपोर्ट पर भटगांव पुलिस ने अपराध दर्ज किया
अंबिकापुर। भटगांव एसईसीएल में कार्यरत एक महिला स्टॉक ट्रेडिंग का काम करते ठगों के जाल में फंस गई। मोबाइल फोन में बनाए गए एक ग्रुप में पहले तो उन्हें ठगों ने शामिल किया, बाद में शेयर खरीद-बिक्री में मिलने वाले लाभ का सब्जबाग दिखाया। इनके झांसे में आकर महिला ने 09 लाख 29 हजार 998 रुपये इनके द्वारा बताए गए खाते में डाल दिया, कुछ दिनों तक उसे ग्रुप में रखने के बाद रिमूव कर दिया गया। महिला को ठगी का आभास हुआ और वह घटना की रिपोर्ट भटगांव थाना में दर्ज कराई है। पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर ली है।
जानकारी के मुताबिक न्यू शक्तिनगर जरही निवासी अर्पणा कापडे सिंह भटगांव कालरी में कार्यरत हैं। वे खाली समय में मोबाइल फोन के माध्यम से स्टाक ट्रेडिंग का काम करती थीं। बीते 05 मई क्रिएट ए बेटर फ्यूचर नामक वाट्सअप ग्रुप में उन्हें एक मोबाइल नंबर धारक ने शामिल किया और वाट्सएप मैसेज के माध्यम शेयर खरीदी-बिक्री कर लाभ अर्जित करने के संबंध में जानकारी दिया। झांसे में आकर इनके बताए अनुसार महिला ने विभिन्न 05 खातों में 08 मई से 29 मई के बीच कुल 9 लाख 29 हजार 998 रुपये डाल दिया। महिला ने पुलिस को बताया है कि उन्हें ठग के द्वारा एक बड़े प्लेटफार्म का हवाला देते हुए स्टाक/आईपीओ में पैसे इन्वेस्ट करने एवं प्राफिट प्लान बताकर रुपये निवेश करने और कम समय में ज्यादा लाभ अर्जित करने की बात कही गई थी। इनके द्वारा बताया गया था कि इसके लिए कैपिटल एप्रीसिएशन एकाउंट का होना जरूरी है। एकाउंट खोलने के पश्चात बताए गए बैंक खाते में पैसे जमा करना होगा। रुपये जमा होने के बाद टीआर नंबर भेजने कहा गया, ताकि अपने प्लेटफार्म पर वे जमा राशि का विवरण डाल सकें और स्टाक/आईपीओ में निवेश की प्रक्रिया शुरू हो सके। एकाउंट खोलने के पश्चात मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर डाउनलोड करने के लिए महिला को एक लिंक भेजा गया, इसके पश्चात इनके द्वारा चलाया जाने वाले प्रोग्राम की शुरूआत 06 मई 2024 से प्रारंभ की गई, जिसमें रोजाना सुबह 9.15 से 9.35 बजे एवं दोपहर में 2 से 2.45 बजे के लगभग एक शेयर की सूचना दी जाती थी, जिसे उक्त अकाउंट से एक इंस्टीट्यूशनल कोड का प्रयोग करके खरीदा जा सकता था और खरीदी की जानकारी इनके प्लेटफार्म पर देखी जा सकती थी। इसी क्रम में 07 मई को सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर महिला का एकाउंट खोला गया और उन्हें पैसा जमा करने के लिए कहा गया। इनके द्वारा साईंराम फ्रूट्स नामक एक खाता की जानकारी दी गई, जिसमें पैसे जमा करना था, लेकिन वे किन्ही कारणों से उस समय पैसे जमा नहीं कर पाई। पुन: उन्हें काजी इंटरप्राइजेस का एकाउंट बताकर खाते में पैसे जमा कराने कहा गया, इस दौरान उन्होंने 49989 रुपये 08 मई को जमा करा दिया और इसकी जानकारी ठग के मोबाइल नंबर पर भेज दी, इसके बाद उन्हें सूचित किया गया कि अब वे ट्रेडिंग में भाग ले सकती हैं। इसी दिन दोपहर में होने वाले ट्रेडिंग में महिला ने इनके प्लेटफार्म के माध्यम से भाग लिया और शेयर खरीदी की। 10 मई को महिला को उक्त मोबाइल नंबर में मैसेज करने कहा गया, जिससे शेयर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होती थी और पेमेंट की डिटेल्स भी। शेयर खरीदी बिक्री की ये प्रक्रिया लगातार जारी रही। इसके बाद 14 मई को जानवी ट्रांसपोर्ट कंपनी राजस्थान, ब्रांच शाहपुरा का बैंक खाता में 30000, 17 मई को अमरेश इंटरप्राईजेस बिहार ब्रांच के खाता में 50000, 21 मई को एवारा एजुकेशन अकेडमी प्रा. लिमिटेड के खाता में दो लाख 10 हजार, एक लाख, 50 हजार एवं अंतिम बार 29 मई को सिविक एजेंसी के बैंक खाते में 4 लाख 25 हजार रुपये शेयर एवं आईपीओ की खरीदी हेतु जमा किए गए। इस प्रकार कुल 9,29,998 रुपये इनके द्वारा बताए गए बैंक खातों में जमा कराए गए। 24 मई को इनके प्लेटफार्म से महिला ने 10 हजार रुपये निकाला, जिस पर 3 प्रतिशत चार्ज काटकर उन्हें 9700 रूपये का भुगतान बताए गए खाते पर किया गया। इसके बाद 31 मई को अचानक उन्हें ग्रुप से हटाकर नंबर को ब्लॉक कर दिया गया, जिससे इनसे संपर्क खत्म हो गया। शेयर एवं आईपीओ में लगे दिख रहे रुपये में से 31 मई को 300000 रुपये निकालने की महिला ने कोशिश की, लेकिन रुपये नहीं निकले। महिला ने इनसे संपर्क का कई बार कोशिश किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रिपोर्ट पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
25 हजार रुपये ट्रांजेक्शन का झांसा देकर साइबर फ्राड के मामले में की गई रिपोर्ट पर भटगांव पुलिस ने अपराध दर्ज किया
अंबिकापुर। भटगांव एसईसीएल में कार्यरत एक महिला स्टॉक ट्रेडिंग का काम करते ठगों के जाल में फंस गई। मोबाइल फोन में बनाए गए एक ग्रुप में पहले तो उन्हें ठगों ने शामिल किया, बाद में शेयर खरीद-बिक्री में मिलने वाले लाभ का सब्जबाग दिखाया। इनके झांसे में आकर महिला ने 09 लाख 29 हजार 998 रुपये इनके द्वारा बताए गए खाते में डाल दिया, कुछ दिनों तक उसे ग्रुप में रखने के बाद रिमूव कर दिया गया। महिला को ठगी का आभास हुआ और वह घटना की रिपोर्ट भटगांव थाना में दर्ज कराई है। पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर ली है।
जानकारी के मुताबिक न्यू शक्तिनगर जरही निवासी अर्पणा कापडे सिंह भटगांव कालरी में कार्यरत हैं। वे खाली समय में मोबाइल फोन के माध्यम से स्टाक ट्रेडिंग का काम करती थीं। बीते 05 मई क्रिएट ए बेटर फ्यूचर नामक वाट्सअप ग्रुप में उन्हें एक मोबाइल नंबर धारक ने शामिल किया और वाट्सएप मैसेज के माध्यम शेयर खरीदी-बिक्री कर लाभ अर्जित करने के संबंध में जानकारी दिया। झांसे में आकर इनके बताए अनुसार महिला ने विभिन्न 05 खातों में 08 मई से 29 मई के बीच कुल 9 लाख 29 हजार 998 रुपये डाल दिया। महिला ने पुलिस को बताया है कि उन्हें ठग के द्वारा एक बड़े प्लेटफार्म का हवाला देते हुए स्टाक/आईपीओ में पैसे इन्वेस्ट करने एवं प्राफिट प्लान बताकर रुपये निवेश करने और कम समय में ज्यादा लाभ अर्जित करने की बात कही गई थी। इनके द्वारा बताया गया था कि इसके लिए कैपिटल एप्रीसिएशन एकाउंट का होना जरूरी है। एकाउंट खोलने के पश्चात बताए गए बैंक खाते में पैसे जमा करना होगा। रुपये जमा होने के बाद टीआर नंबर भेजने कहा गया, ताकि अपने प्लेटफार्म पर वे जमा राशि का विवरण डाल सकें और स्टाक/आईपीओ में निवेश की प्रक्रिया शुरू हो सके। एकाउंट खोलने के पश्चात मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर डाउनलोड करने के लिए महिला को एक लिंक भेजा गया, इसके पश्चात इनके द्वारा चलाया जाने वाले प्रोग्राम की शुरूआत 06 मई 2024 से प्रारंभ की गई, जिसमें रोजाना सुबह 9.15 से 9.35 बजे एवं दोपहर में 2 से 2.45 बजे के लगभग एक शेयर की सूचना दी जाती थी, जिसे उक्त अकाउंट से एक इंस्टीट्यूशनल कोड का प्रयोग करके खरीदा जा सकता था और खरीदी की जानकारी इनके प्लेटफार्म पर देखी जा सकती थी। इसी क्रम में 07 मई को सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर महिला का एकाउंट खोला गया और उन्हें पैसा जमा करने के लिए कहा गया। इनके द्वारा साईंराम फ्रूट्स नामक एक खाता की जानकारी दी गई, जिसमें पैसे जमा करना था, लेकिन वे किन्ही कारणों से उस समय पैसे जमा नहीं कर पाई। पुन: उन्हें काजी इंटरप्राइजेस का एकाउंट बताकर खाते में पैसे जमा कराने कहा गया, इस दौरान उन्होंने 49989 रुपये 08 मई को जमा करा दिया और इसकी जानकारी ठग के मोबाइल नंबर पर भेज दी, इसके बाद उन्हें सूचित किया गया कि अब वे ट्रेडिंग में भाग ले सकती हैं। इसी दिन दोपहर में होने वाले ट्रेडिंग में महिला ने इनके प्लेटफार्म के माध्यम से भाग लिया और शेयर खरीदी की। 10 मई को महिला को उक्त मोबाइल नंबर में मैसेज करने कहा गया, जिससे शेयर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होती थी और पेमेंट की डिटेल्स भी। शेयर खरीदी बिक्री की ये प्रक्रिया लगातार जारी रही। इसके बाद 14 मई को जानवी ट्रांसपोर्ट कंपनी राजस्थान, ब्रांच शाहपुरा का बैंक खाता में 30000, 17 मई को अमरेश इंटरप्राईजेस बिहार ब्रांच के खाता में 50000, 21 मई को एवारा एजुकेशन अकेडमी प्रा. लिमिटेड के खाता में दो लाख 10 हजार, एक लाख, 50 हजार एवं अंतिम बार 29 मई को सिविक एजेंसी के बैंक खाते में 4 लाख 25 हजार रुपये शेयर एवं आईपीओ की खरीदी हेतु जमा किए गए। इस प्रकार कुल 9,29,998 रुपये इनके द्वारा बताए गए बैंक खातों में जमा कराए गए। 24 मई को इनके प्लेटफार्म से महिला ने 10 हजार रुपये निकाला, जिस पर 3 प्रतिशत चार्ज काटकर उन्हें 9700 रूपये का भुगतान बताए गए खाते पर किया गया। इसके बाद 31 मई को अचानक उन्हें ग्रुप से हटाकर नंबर को ब्लॉक कर दिया गया, जिससे इनसे संपर्क खत्म हो गया। शेयर एवं आईपीओ में लगे दिख रहे रुपये में से 31 मई को 300000 रुपये निकालने की महिला ने कोशिश की, लेकिन रुपये नहीं निकले। महिला ने इनसे संपर्क का कई बार कोशिश किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रिपोर्ट पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।