अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई है, सभी पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं। पटवारियों ने इसके पहले 32 सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्व मंत्री को ज्ञापन सौंपा था। सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों में पटवारियों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिससे राजस्व विभाग का कई काम प्रभावित होने लगा है।
अंबिकापुर के एसबीआई कलेक्टोरेट ब्रांच के सामने हड़ताल में बैठे पटवारियों ने बताया कि 32 सूत्रीय मांगों में ग्रेड पे 2800 रुपये करने के अलावा कार्यालयीन संसाधनों की पूर्ति मुख्य मांग है। इसके अलावा ऑनलाइन कार्य के लिए कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर, इंटरनेट जैसी सुविधाओं की मांग की गई है। साथ ही ऑनलाइन एप भुइंया में नक्शा, बटांकन संशोधन को लेकर आने वाली परेशानियों का हवाला देते हुए जरूरी सुधार, तकनीकी समस्याओं को दूर करने के लिए जिला स्तर पर सहायक प्रोग्रामरों की पदस्थापना समेत 32 मांगें रखी गई हैं। राजस्व पटवारी संघ का कहना है कि वे अपनी समस्याओं को समय-समय पर सरकार के समक्ष रखते रहे, लेकिन उनकी सुध नहीं ली गई। इस वजह से उन्हें मांग पूरा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का रूख अख्तियार कर लिया है। सभी जिलाध्यक्षों की सहमति मिलने के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल उन्होंने शुरू किया है। पटवारियों के हड़ताल से ऑनलाइन नक्शा बटांकन, संशोधन सहित अन्य कार्यों पर प्रभाव पड़ा है। पटवारियों के हड़ताल से रजिस्ट्री, नकल, खेतों पर लोन, प्रमाणपत्र सत्यापन से जुड़े काम भी प्रभावित होंगे। सोमवार को दूर-दराज के क्षेत्र से काम कराने के लिए लोग पटवारियों के कार्यालय पहुंचते रहे, लेकिन हड़ताल की बात पता चलने पर उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा।