पुलिस अधीक्षक श्री अहिरे ने कहा कि सभी अधिकारी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं अन्य असामाजिक गतिविधियों की पूर्णतः जानकारी रखें। उन्होंने सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने वाले व्यक्तियों के अपराधिक रिकार्ड एवं शिकायत भी अद्यतन करने की आवश्यकता बताई। इसके साथ एसपी श्री अहीरे ने भी सड़क दुर्घटना के कारणों से संबंधित रिपोर्ट की समीक्षा को आवश्यक बताते हुए इसकी स्थिति को बेहतर करने एवं सड़क दुर्घटना की संख्या में कमी करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत बनाने की जरूरत है। ऐसी कोई भी असामाजिक गतिविधि जो कानून एवं व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है, इस पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम एवं एसडीओपी तथा तहसीलदार एवं थाना प्रभारी संयुक्त रूप से कार्य करें और आपसी सामंजस्य बनाये रखें। जिससे किसी भी घटना एवं चुनौती का सामना करने में आसानी होगी। कलेक्टर एवं एसपी ने कहा कि किसी भी प्रकार की घटना होने पर आम जनता के साथ जिला एवं पुलिस प्रशासन का व्यवहार अच्छा होना चाहिए। पीड़ित पक्ष की समस्या को ध्यान से सुनने एवं उचित कार्यवाही करने की जरूरत है। जिले में शांति स्थापित करना समस्त अधिकारियों की संयुक्त जिम्मेदारी है इसलिए विवाद, झड़प, अतिक्रमण जैसे विवादास्पद परिस्थितियों में जिला एवं पुलिस प्रशासन को आपसी समन्वय के साथ बड़ी मुस्तैदी को साथ कार्य करना होगा। इसके अलावा जिन क्षेत्रो में अपराधिक गतिविधियां बढ़ रही हैं ऐसे स्थानों पर विशेष ध्यान देते हुए गश्ती बढ़ाने की जरूरत है। इस दौरान विभिन्न जनसमस्याओं, उनके समाधान को लेकर आने वाले चुनौतियों तथा आवश्यक संसाधनों को लेकर बैठक में विशेष रूप से चर्चा की गई।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार, पुलिस विभाग के आधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।