सक्ती जिले में एक सीएचओ ने अपहरण की झूठी कहानी रची। जिले के कचहरी चौक के पास से स्वस्थ विभाग में सीएचओ के पद पर कार्यरत अनुपमा जलतारे ने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। वह अपने प्रेमी महेंद्र जांगडे के साथ मिलाकर अपहरण कर 15 लाख रुपए की फिरौती की रकम अपने घर वालों से मांगी थी। पैसों की मांग करने पर परिजनों ने घटना की शिकायत पुलिस थाना में की। मामले में पुलिस ने दोनों आरोपी को बिलासपुर से गिरफ्तार किया है। इस दौरान दोनों बिलासपुर के एक होटल में ठहरे हुए थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सक्ति और बिलासपुर पुलिस ने सीएचओ अनुपमा जलतारे को उसके प्रेमी महेंद्र जांगडे के साथ बिलासपुर में पकड़ा है। इस दौरान पूछताछ में युवती ने बताया कि वह उस लड़के को पसंद करती है, लेकिन घर वाले इस रिश्ते में अड़चन पैदा न करे, इसलिए ये कदम उठाया है। उसने बताया कि अपने प्रेमी को 27 जून को सक्ति बुलाई थी। युवती अपने भाई के साथ पहुंची थी। युवती उसके भाई को दुकान से सामान लाने के लिए भेज दिया, इसके बाद युवती अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई।
सीएचओ ने अब अपहरण की झूठी कहानी रचना शुरू कर दी। उसने अपने भाई और बहन के फोन पर कॉल कर जानकारी दी की, उसे किसी ने किडनैप कर लिया है। साथ ही 15 लाख रुपए की मांग कर रहा है। उसने अपने घर वालों को बताया कि पैसे नहीं देने पर मार कर बोरी में भरकर फेंक देने की बात कही। अपहरण की बात सुनते ही परिजनों पुलिस थाना में जाकर घटना की जानकारी दी। मामले में सक्ती और बिलासपुर पुलिस ने दोनों को होटल से बरामद किया है।
सीएचओ अनुपमा ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसके घर वाले इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नहीं कर पाते। ऐसे में वह अपने प्रेमी के साथ युवती अपने घर पहुंचती। इस दौरान वह अपने प्लान के मुताबिक युवक को घर के सामने शादी के लिए अच्छा लड़का साबित करती। इस लड़के ने पैसे देकर मुझे छुड़ाकर लाया है यह बात बताते हुए शादी का प्रस्ताव अपने घर वालों के समक्ष रखती। इसलिए उसने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। वहीं अब पूरे मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा