होठों पर लिपस्टिक, माथे पर बिंदी, और लेडीज के कपड़े पहनने के बाद फुल मेकअप करने के बार एक अफसर ने ऐसा खतरनाक कदम उठाया कि हर कोई सन्न रह गया। परिजनों और पुलिस को भी इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है कि कोई शादीशुदा आदमी ऐसा प्राणघातक कदम उठा सकता है।

उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जिले में पंतनगर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल टीम में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर आशीष चौंसाली ने रविवार रात संदिग्ध हालात में आत्महत्या कर ली। सरकारी आवास में फंदे पर लटके आशीष महिला के लिबास में थे और शृंगार भी किया था।

वारदात आधी रात किसी वक्त की मानी जा रही है। पुलिस ने सेक्सुअल डिसऑर्डर, ब्लैकमेलिंग व ऑनलाइन एक्टिविटी जैसे एंगलों को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी है। आशीष चौंसाली खुशमिजाज इंसान थे। उनकी मौत की खबर से सब हैरान हैं।

एयरपोर्ट में काम करने वाले उनके सहयोगी से लेकर वरिष्ठ अधिकारी आशीष के व्यवहार के कायल थे। उनकी मौत से एयरपोर्ट में साथ काम करने वाले कर्मियों की आंखें नम हैं और नाते-रिश्तेदार गमजदा हैं। इस हृदय विदारक घटना को लेकर पुलिस कर्मी तक स्तब्ध रह गए।

उनके परिवार को घटना की सूचना देने की हिम्मत भी कोई नहीं जुटा पा रहा था। किसी तरह से पत्नी को आशीष के घायल होने की सूचना दी गई। आशीष का परिवार भरा-पूरा और सम्पन्न है। उनके पिता खीमानंद चौंसाली पुलिस विभाग में एसआई के पद पर थे।

कुछ समय पहले बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था। आशीष का छोटा भाई सन्नी दिल्ली मेट्रो में अधिकारी है। आशीष की मां और पत्नी पिथौरागढ़ में शिक्षिका हैं। करीब दो साल पहले ही हल्द्वानी के देवलचौड़ में आशीष ने मकान बनाया था।

हल्द्वानी में उनकी जमीन होने की बात भी सामने आ रही है। आशीष की एक बेटी है। आशीष का वैवाहिक जीवन भी खुशनुमा था। ऐसे में आशीष के इस तरह से जाने से हर कोई दुखी और स्तब्ध है।

एक महीने पहले ही नैनीताल गए थे घूमने
आशीष और आशा का वैवाहिक जीवन सुखमय बीत रहा था। पत्नी आशा कुछ समय पहले ही यहां आई थी। आशीष अपनी पत्नी और बेटी के साथ एक महीने पहले ही दो दिन के टूर नैनीताल पंगूट गए थे। उनके साथ उनके साला-साली और साडू का परिवार भी था। तब भी आशीष बहुत खुश थे। किसी तरह का तनाव कहीं भी नहीं दिखा था। ऐसे में अचानक उनके आत्मघाती कदम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

आशीष और आशा का हुआ था प्रेम विवाह
आशीष का वैवाहिक जीवन पूरी तरह से सामान्य और अच्छा था। आशीष और आशा का प्रेम विवाह हुआ था। उनकी करीब तीन साल की बेटी है। आकाश की पत्नी आशा पिथौरागढ़ में केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका हैं। माता भी अध्यापिका हैं और पिता पुलिस में कार्यरत रहे। अच्छे परिवार से होने के बावजूद आशीष के अजीबोगरीब तरीके से आत्मघाती कदम उठाने से हर कोई हैरान है।

पिथौरागढ़ तबादला, जुलाई में करना था ज्वाइन
आशीष ने छह साल पहले एयरपोर्ट अथॉरिटी में बतौर असिस्टेंट मैनेजर नौकरी शुरू की थी। उन्होंने इससे पूर्व दिल्ली में भी नौकरी की थी। आशीष की पत्नी और मां पिथौरागढ़ में रहते हैं। ऐसे में उन्होंने पिथौरागढ़ एयरपोर्ट के लिए ट्रांसफर मांगा था।

उनके आग्रह को प्रबंधन ने मान भी लिया और उनको जुलाई में पिथौरागढ़ में ज्वाइन करना था। वहां उन्हें नई जिम्मेदारी मिलनी थी। इसके लिए उन्हें देहरादून और लखनऊ में ट्रेनिंग भी कराई गई थी। अपने तबादले से आशीष बहुत खुश थे।

आशीष दो महीने पहले आए थे घर
आशीष समय-समय पर घर आते रहते थे। आखिरी बार दो माह पहले आए थे। बीते रोज भी फोन पर पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों से बात हुई थी। घटना के बाद दिल्ली में कार्यरत उनके भाई रुद्रपुर पहुंचे। आशीष के शव को रुद्रपुर से पिथौरागढ़ लाया जा रहा है। यहीं अंतिम संस्कार होगा।

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