एक मकान से दस्तावेजों की गठरी, कंप्यूटर, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन बरामद
अंबिकापुर। नगर निगम व राजस्व अमले की टीम के द्वारा दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रखी गई। निगम व प्रशासन का अमला जब अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचा, तो सभी मकानों में ताला लटका था। कोई यह भी बताने को तैयार नहीं था कि किसने मकान बनाया है। ऐसे में उहापोह की स्थिति के बीच बंद मकानों का ताला तोड़ा गया और गंगापुर नालापारा-1 व 2 में दर्जन भर अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई। कार्यवाही के दौरान निगम की टीम जब इन मकानों का ताला तोड़कर जांच कर रही थी तो ज्यादातर घर खाली मिले। कुछ में घरेलू सामान मिला, परन्तु एक मकान में भारी मात्रा में दस्तावेज मिले हैं, जो पहली नजर में शासकीय प्रतीत हो रहे हैं। उक्त मकान मेें 2 सेट कम्प्युटर, 1 प्रिंटर व एक फोटोकापी मशीन भी मिला है, जिसे निगम ने जप्त कर लिया। इन सामानों को हटाने के बाद घर का ढहा दिया गया। दस्तावेजों व सामानों को ट्रैक्टर में लाद कर साथ ले गए।
बता दें कि शहर में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण का बड़ा खेल चलने से अगर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन करना हो, तो भूमि नहीं मिल पा रही है। अतिक्रमण करने वाले शासकीय भूमि पर मकान बनाकर छोड़ दे रहे हैं, बाद में उक्त भूमि, मकान को किसी को बेचकर पैसा कमाने में भी पीछे नहीं हैं। प्राकृतिक नालों पर भी निर्माण तेज गति से कर दिया गया है, जिससे बहाव वाले नालों का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है। बरसात में घरों में पानी घुसने जैसी समस्या हर बरसात में बन रही है। निगम की टीम ने बुधवार को नमनाकला में सात अतिक्रमण को ध्वस्त किया था, इसके बाद गुरूवार को सुबह 9 बजे से निगम व प्रशासन की टीम एसडीएम फागेश सिन्हा, निगम आयुक्त प्रकाश सिंह राजपूत के नेतृत्व में कार्रवाई के लिए पुन: निकली। सबसे पहले जिला अस्पताल के पास टीम ने तीन निर्माण कार्यों को हटाया, जिसे हाल में शासकीय भूमि पर बनाकर अतिक्रमण किया गया था। इसके बाद निगम की टीम गंगापुर मेडिकल कॉलेज के पास पहुंची।
गंगापुर में स्थित नालापारा-1 व 2 में अवैध निर्माण की बाढ़ देखने को मिली। यहां पर लगातार हो रहे निर्माण की शिकायत के बाद जब निगम का दस्ता पहुंचा, तो नए निर्माण कार्यों को देखकर चौंक गया। इसके बाद 10 ऐसे घरों का चिन्हांकन निगम की टीम ने किया, जो हाल ही में अवैध तरीके से शासकीय भूमि पर बनाए गए थे। इन घरों में ताला लटक रहा था। आसपास में रहने वाले लोगों से पूछने पर वे नहीं बता पाए कि ताला बंद मकान किसका है। ऐसे में दिगर प्रांत के लोगों के द्वारा जमीन पर कब्जा के बाद मकान बनाने की संभावना को बल मिल रहा है। इसके बाद निगम के कर्मचारियों ने एसडीएम व पुलिस की उपस्थिति में इन घरों का ताला तोड़ दिया। ज्यादातर घर पूरी तरह से खाली मिले। निगम की टीम ने सभी घरों को जेसीबी से तोड़ दिया। कुछ लोगों ने पुराने अतिक्रमण को बढ़ाते हुए नया अहाता बनाया था, उसे भी ढहा दिया गया।
प्राकृतिक नाले को भरकर बना लिया घर
नालापारा-2 में बरसात के दिनों में बहने वाले प्राकृतिक नाले को भरकर दो घर बनाए गए थे। प्राकृतिक नाला पाटने से आने वाले बरसात में जलभराव की समस्या विकराल रूप ले सकती है। एक दशक पूर्व भी गंगापुर, बिशनपुर में भारी बरसात के दौरान बाढ़ जैसे हालात बन गए थे, तब प्रशासन व निगम अमले को यहां रहने वालों की जान बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। इसके बाद भी लोग नाला में अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। आसपास के लोगों का भी ऐसे निर्माण में रोड़ा नहीं बनना उनकी सहमति, प्रलोभन को सामने ला रहा है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि चुनावी व्यस्तता के बीच शहर में तेजी से अवैध अतिक्रमण किए गए हैं, इस पर निगम की नजर है। आगे भी ऐसे अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के दौरान प्रशासन व निगम के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ पुलिस बल भी काफी संख्या में उपस्थित थे।