सेटअप के अनुसार कार्य नहीं होने से कागजों में पूरी हो रही योजना
बिश्रामपुर। ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए शिक्षा दिलाए जाने शुरू की गई पीएमश्री स्कूल में बच्चों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है। राजापुर के लकड़ापारा में संचालित पीएमश्री स्कूल में बच्चों को शिक्षक की कमी व पेयजल की गंभीर समस्या से जूझने विवश होना पड़ रहा है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष भर पूर्व ग्रामीण अंचलों के गरीब बच्चों को बेहतर वातावरण में मॉडल शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से पीएमश्री स्कूलों का संचालन शुरू कराया गया था। इस योजना के तहत फिलहाल सभी ब्लाकों में एक-दो स्कूलों को चयनित करके उक्त विद्यालय का जीर्णोधार कराकर बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराया जाना है। इसी तारतम्य में सुरजपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत राजापुर के लकड़ापारा में संचालित प्रायमरी स्कूल को पीएमश्री स्कूल के लिए चयनित किया गया है। यहां पर बताना लाजिमी होगा कि पीएमश्री स्कूल राजापुर में कहने को तो बच्चों की दर्ज संख्या फिलहाल सत्तर है लेकिन शिक्षक यहां पर एक प्रधान पाठक व एक सहायक शिक्षिका हैं, जिनके भरोसे सत्तर बच्चों के भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी है। पीएमश्री स्कूल राजापुर में शिक्षकों के अभाव के अलावे पेयजल की भी गंभीर समस्या है, जिससे मासूम बच्चों के अलावे शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। ऐसी स्थिति में अंदाज लगाया जा सकता है कि शासन की महत्त्वाकांक्षी योजना किस तरह से मैदानी स्तर पर विभागीय अधिकारियों की उदासीनता व सतत मॉनिटरिंग के अभाव में दम तोड़ती नजर आ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पीएमश्री स्कूल के शुरू होने से आमजन में काफी हर्ष व्याप्त था लेकिन यहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध ना होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शासन के मंशानुरूप बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पा रही है। पिछले दिनों जब सूरजपुर बीईओ आकस्मिक निरीक्षण पर आए थे तब उन्हें पेयजल व शिक्षकों की कमी जैसी समस्याओं से अवगत कराया गया था लेकिन बीईओ की पहल पर हैंडपंप में एक पाईप की व्यवस्था कराई गई थी और उसमें भी कुछ दिनों बाद ही हैंडपंप पुनः ड्राई हो गए थे। पेयजल संकट की वजह से यहां की किचन गार्डन भी नष्ट हो चुकी है।
यह होनी चाहिए सुविधाएं
पीएमश्री स्कूलों में शासन के मंशानुरूप नए तकनीक के स्मार्ट क्लास रूम, विज्ञान कक्ष, शौचालय, व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था, बेहतर भवन, एलईडी बल्ब, वाइट बोर्ड, सेटअप के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना के अलावे पूरे संसाधन उपलब्ध होने चाहिए। बावजूद इसके यहां पर ग्रामीण इलाकों के बच्चों को पूर्ण रूप से संसाधन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। यहां पर बच्चों के भविष्य के साथ मजाक करते हुए विभागीय अधिकारियों द्वारा केवल कोरमपूर्ती करके अपने जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली जा रही है। शासन की महत्त्वाकांक्षी योजना यहां पर केवल कागजों में ही पूर्ण रूप से सफल होती नजर आ रही है।
चल रहा है प्रयास
पीएमश्री स्कूलों के बेहतर क्रियान्वयन हेतु प्रयास किया जा रहा है। राजापुर पीएमश्री स्कूल में काफी कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। यहां पर पानी की दिक्कत की जानकारी मिली है, जिसके निराकरण हेतु पहल किया जा रहा है। यहां पर शौचालय निर्माण कार्य हेतु नब्बे हजार रुपए की स्वीकृति देकर जनपद पंचायत के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है। वैसे भी उक्त विद्यालय को शौचालय निर्माण कार्य के अलावे एक लाख इंकयानवे हजार रुपए स्कूल कांटीजंसी, ग्रीन स्कूल व अन्य कार्य हेतु भेज दी गई है।
दिनेश द्विवेदी
पीएमश्री जिला प्रभारी
सुरजपुर