मेयर-इन-कौंसिल की बैठक में 15 एजेंडे पर विचार-विमर्श व निर्णय
अंबिकापुर। नगर पालिक निगम के प्रशासनिक भवन में स्थित महापौर के कक्ष में मेयर-इन-कौंसिल की बैठक हुई, जिसमें 15 एजेंडे पर विचार-विमर्श करके निर्णय लिया गया। इस दौरान कुछ एजेंडों को लेकर एमआईसी सदस्य गंभीर नजर आए। विशेषकर पानी की बनने वाली किल्लत की स्थिति को लेकर उन्होंने पीएचई के प्रभारी अधिकारी से जानकारी ली। कुछ एजेंडों को छोड़कर सभी में स्वीकृति की मुहर एमआईसी ने लगाई है।
नगर निगम में पदोन्नति के संबंध में रखे गए एजेंडे पर उस समय एमआईसी सदस्य भड़क गए, जब निगम आयुक्त प्रकाश सिंह राजपूत ने गोपनीयता का हवाला देते हुए कहा कि शासन के नियमानुसार रोकपाल छत्रधारी चौबे का प्रमोशन संभव नहीं है, इस पर निर्णय ले लिया गया है। एमआईसी सदस्य द्वितेन्द्र मिश्रा ने सवाल उठाया कि जब आयुक्त ने तत्संबंध में निर्णय ले लिया है, तो इसे एमआईसी के एजेंडा में क्यों शामिल किया गया। एमआईसी की बैठक में वे मूर्ति के समान बैठने के लिए नहीं आते हैं। इस पर लोनिवि प्रभारी शफी अहमद ने कहा कि एमआईसी पहले है, निर्णय गलत होगा तो उस पर विचार किया जाएगा। दरअसल छत्रधारी चौबे रोकपाल वर्ष 2017 में पदोन्नति की पात्रता रखते थे, तत्समय वे पदोन्नति से वंचित रह गए। वर्ष 2018 में शासन के द्वारा परिवर्तित किए गए नियम के बाद वे पदोन्नति की पात्रता नहीं रखते हैं। इस संबंध में निगम आयुक्त से मिला जवाब एमआईसी सदस्य को गरिमा के विपरीत लगा और उन्होंने तल्ख लहजे में अपनी बातों को रखा, जिससे कुछ पल के लिए माहौल बदल गया। बैठक में क्रिकेट के नेट प्रेक्टिस के लिए पुराने फायर स्टेशन को क्रिकेट संघ को उपलब्ध कराने के संबंध में मिले आवेदन पर शहर के हृदयस्थल में स्थित बेशकीमती भूमि को देखते हुए इसका उपयोग चौपाटी को विस्तारित के लिए करने का सुझाव मेयर-इन-कौंसिल के सदस्यों ने दिया। साथ ही वर्षा ऋतु को देखते हुए एक जुलाई से 15 अक्टूबर 2024 तक के लिए उक्त स्थल को क्रिकेट संघ की मांग के अनुरूप नेट पे्रक्टिस के लिए देने पर सहमति दी। महापौर डॉ. अजय तिर्की, निगम में लोक निर्माण विभाग के प्रभारी शफी अहमद व एमआइसी सदस्य द्वितेन्द्र मिश्रा सहित अन्य ने कहा कि उक्त स्थल में किसी प्रकार का परिवर्तन क्रिकेट संघ की ओर से नहीं किया जाएगा, इस शर्त पर उक्त स्थल को नीयत तिथि तक के लिए दिया जाए। 15 अक्टूबर के बाद इस मांग पर पुनर्विचार किया जाएगा। प्रतीक्षा बस स्टैंड में लगी निजी गुमटियों के आबंटन की प्रक्रिया पर चर्चा के दौरान यातायात बाधा की स्थिति न बने इसका ध्यान रखने कहा गया। पूर्व में कमिश्नर के द्वारा गुमटी संचालकों को चलित ठेला का उपयोग करने के लिए कहा गया था। लोक निर्माण विभाग के प्रभारी शफी अहमद ने कहा कि प्रतीक्षा बस स्टैंड में पीछे से 20 फिट का प्रवेश द्वार खोलने का निर्णय लिया गया था, इससे दोनों प्रवेश द्वार में ठेला-गुमटियों का संचालन करने की सुविधा होगी। इस कार्य को एक माह में पूरा करने के लिए कहा गया, साथ ही मौका निरीक्षण करने का निर्णय लिया गया। निगम स्वामित्व के प्रतीक्षा बस स्टैंड में स्थित टर्मिनल बिल्डिंग के भूतल में स्थित दुकानों के प्राप्त आफर की स्वीकृति पर चर्चा के दौरान राजस्व प्रभारी ने बताया कि दो दुकानों के लिए तीन आफरदाता सामने आए हैं। पहली बार किए गए इस टेंडर पर स्वीकृति को मोहर एमआईसी ने लगाई। कौंसिल की बैठक में पेंशन व राष्ट्रीय परिवार सहायता से संबंधित योजनाओं के लिए प्राप्त आवेदनों पर स्वीकृति प्रदान की गई। मार्गों के नामकरण की स्वीकृति बावत विचार-विमर्श के दौरान महापुरूषों के नाम के अलावा नया नामकरण नहीं करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अन्य एजेंडे पर भी सार्थक चर्चा के साथ स्वीकृति प्रदान की गई। इस दौरान एमआइसी सदस्यों में गीता प्रजापति, मेराज गुड्डू, शैलेन्द्र सोनी सहित अन्य एमआईसी सदस्यों के अलावा निगम के अधिकारियों की उपस्थिति रही।
842 हैंडपंप में 100 से अधिक डेड, 80 सबमर्सिबल पंप लगाए गए
पीएचई के प्रभारी अधिकारी प्रशांत खुल्लर बताया कि भीषण गर्मी के मौसम में पानी की दिक्कत न हो, इसे देखते हुए 80 सबमर्सिबल पंप का उपयोग पानी की आपूर्ति में किया जा रहा है। 842 हैंडपंप में 100 से अधिक डेड हैं, वर्तमान में 700 हैंडपंप का उपयोग लोग कर रहे हैं। निकाय क्षेत्र अंतर्गत स्थित पावर पंप व हैंडपंपों में ऑनलाइन ऑटोमेटिक क्लोरिनेशन सिस्टम लगाने के संबंध में भी चर्चा की गई, इससे भूतल तक पानी में ऑटोमेटिक क्लोरीन जाएगा, जिससे पानी की शुद्धता बनी रहेगी। वर्तमान में मैन्युअल व्यवस्था से पानी का क्लोरिनेशन किया जाता है, जिसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजने की जानकारी दी गई।
हैंडपंप के आसपास वॉटर हार्वेस्टिंग की हो व्यवस्था
लोक निर्माण विभाग प्रभारी शफी अहमद ने हैंडपंप के आसपास वॉटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए कहा, ताकि हैंडपंप डेड होने की स्थिति न बनने पाए। इसके अलावा निगम क्षेत्र में संचालित स्कूल परिसर व आसपास स्थित हैंडपंप को चेक कराने व जरूरत के अनुरूप मरम्मत कराने कहा गया। एमआईसी सदस्य द्वितेन्द्र मिश्रा ने ड्राई बोर को हटाने कहा, जहां अति आवश्यक हो वहां नए हैंडपंप के लिए प्रस्ताव बनाकर कलेक्टर को देने का सुझाव दिया गया।