निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सात चरणों की चुनाव प्रक्रिया के बारे में बात की. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर आपको ‘लापता जेंटलमैन वापस आ गए’ मीम्स दिख जाएंगे. लेकिन हम बताना चाहते हैं कि हम कभी ‘लापता’ नहीं थे. हमने 4 Ms की बात की थी. भारत में 642 मिलियन मतदाता हैं. यह संख्या विश्व के 27 देशों के वोटर्स से पांच गुना ज्यादा है. चुनाव आयोग ने कहा कि इस चुनाव में 64 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया. हमने इस चुनाव में विश्व रिकॉर्ड बनाया है.

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम भारत के मतदाताओं को स्टैंडिंग ओवेशन देते हैं. हमने बुजुर्गों के घर जाकर उनका वोट लिया है. 85 वर्ष से ऊपर के उम्र वाले मतदाताओं ने घर बैठे वोट दिया. 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षा कर्मियों की आवाजाही के लिए 135 विशेष ट्रेनों, 4 लाख वाहनों और 1692 फ्लाट्स का इस्तेमाल किया गया. 68763 मॉनिटरिंग टीमें चुनाव की निगरानी में लगी थीं. भारतीय चुनाव की सफलता का विस्तार से जिक्र करते हुए सीईसी राजीव कुमार ने सबका धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि बड़े ब्रैंड से लेकर स्टार्टअप तक, सभी ने स्वेच्छा से योगदान किया.

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मतदान कर्मियों के सामने आने वाली ​कठिनाओं का जिक्र करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक वीडियो दिखाया. फिर उन्होंने कहा, मतदान कर्मी कितनी मुश्किलों का सामना करके वोट कराने जाते हैं. जब उनकी निष्ठा पर सवाल उठाए जाते हैं, तो सोचिए उनके दिल पर क्या गुजरती होगी. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 4 दशक में सर्वाधिक मतदान दर्ज हुआ. घाटी में 58.58% और जम्मू में 51.05% वोटिंग हुई. हमने इसी बुनियाद पर आगे विधानसभा चुनाव कराना तय किया है. उन्होंने कहा कि मणिपुर में भी सफलता की कहानी लिखी गई. सीईसी राजीव कुमार ने चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के लिए शायरी पढ़ी- ‘गुलशन की खूबसूरती फूलों से है माली की बात कौन करता है, लोकतंत्र में जीत-हार जरूरी है तुम्हारी बात कौन करता है.’

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, आपको याद होगा कि पहले चुनावों को प्रभावित करने के लिए पैसे और सामान का वितरण होता था. इस बार न कहीं साड़ी बंटी, न कुकर बंटा, न शराब और न पैसा बंटा. छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो पूरे देश में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही. कोई ऐसा नहीं बचा जिसका हेलिकॉप्टर चेक न हुआ हो. चुनाव अधिकारियों को हमारी तरफ से संदेश था कि अपना काम करना है, किसी से डरना नहीं है. इसका नतीजा है कि 10 हजार करोड़ का अमाउंट पकड़ा गया, जो 2019 में जब्त किए गए मूल्य का लगभग 3 गुना अधिक है. इस तैयारी के पीछे दो साल की कड़ी मेहनत ​है. आपको ये सब बताने का मतलब था कि कहीं हमारी ये मेहनत गुम न हो जाए.

वोटर्स ने उदासीनता की जगह लोकतंत्र में हिस्सेदारी चुना

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस आईपीएल के दौरान मतदान को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलायी गई. सचिन तेंदुलकर और अन्य बड़े सेलिब्रिटीज ने चुनाव जागरूकता में हमारी मदद की. हमने 26 स्पेशल पोलिंग स्टेशन बनाकर लोगों को मतदान करना सिखाया. इस बार केवल 39 जगहों पर री-पोलिंग की जरूरत पड़ी, जबकि 2019 में 540 बूथों पर री-पोलिंग हुई थी. 64 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने उदासीनता की जगह लोकतंत्र में हिस्सेदारी को चुना. संदेह की जगह विश्वास को चुना और कुछ मामलों में गोली की जगह बैलट को चुना. हम लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने वाले प्रत्येक मतदाता का आभार व्यक्त करते हैं.

ऐसा पहली बार है जब केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने आम चुनावों की मतगणना से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. 1952 से लेकर अब तक के किसी भी लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने वोटिंग के बाद या रिजल्ट के पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया था. इससे पहले चुनाव आयोग ने 16 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिस दिन लोकसभा चुनाव 2024 और 4 राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हुआ था. बता दें कि इस बार देश में आम चुनाव सात चरणों में संपन्न हुए. क्रमश: 19, 26 अप्रैल, 7, 15, 20 और 25 मई और 1 जून को देश के विभिन्न राज्यों में वोटि डाले गए. नतीजे 4 जून को घोषित होंगे.

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